मंत्री गोविंद सिंह का जीतू पटवारी पर बड़ा हमला, बोले- 7 महीने में कार्यकारिणी नहीं बना पाए, गली-गली में घूम रहे कांग्रेस सचिव
Govind Singh Rajput on Jitu Patwari भोपाल: मध्य प्रदेश में चुनाव में अभी भले ही वक्त है, लेकिन सूबे में सियासत चरम पर है। प्रदेश में वार-पलटवार का दौर जारी है। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर निशाना साधते हुए उनके कार्यकाल और कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। गोविंद सिंह राजपूत ने कहा है कि जीतू पटवारी को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बने 7 महीने से ज्यादा वक्त हो गया है, लेकिन अभी तक वह कार्यकारिणी का गठन नहीं कर पाए हैं। गोविंद राजपूत ने कमलनाथ पर भी जमकर कटाक्ष किया है।
प्रदेश में कांग्रेस के 4000 उपाध्यक्ष- गोविंद सिंह
भोपाल के एक कार्यक्रम में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा, "मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी में 4000 उपाध्यक्ष और 5000 सचिव हैं। मेरे गृह क्षेत्र सागर में गली-गली में 100 उपाध्यक्ष मिल जाते हैं। जीतू पटवारी अगर किसी एक को कार्यकारी में शामिल नहीं करते हैं तो दूसरे नाराज हो जाते हैं। जीतू पटवारी खुद कार्यकारिणी में रहे हैं। उस समय 15 महामंत्री हुआ करते थे, लेकिन अब हर जगह महामंत्री घूम रहे हैं।"
कमलनाथ को लेकर ये क्या बोल गए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत?
वहीं, मध्य प्रदेश के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने जीतू पटवारी के साथ-साथ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व पीसीसी चीफ कमलनाथ पर जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा, "कमलनाथ के बाद से ही प्रदेश में कांग्रेस का पूरा सिस्टम डांवा डोल है। पूर्व सीएम कमलनाथ के पीसीसी चीफ रहते ही मध्य प्रदेश कांग्रेस की मौजूदा कार्यकारिणी का गठन हुआ था।"
7 महीने पहले अध्यक्ष बने थे जीतू पटवारी
बता दें कि, 2023 मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी हार के बाद पीसीसी चीफ की कमान कमलनाथ से लेकर जीतू पटवारी (Govind Singh Rajput on Jitu Patwari) को सौंप दी गई थी। विधानसभा चुनाव में 230 में से कांग्रेस को मात्र 66 सीटें मिली थी और एक सीट भारत आदिवासी पार्टी ने जीती थी। उसके बाद जीतू पटवारी को जिम्मेदारी दी गई ताकि वह मध्य प्रदेश में कांग्रेस को फिर से जिंदा करें।