Nursing Collage Gwalior: एमपीएनआरसी ने 189 नर्सिंग कॉलेजों को दी मान्यता, लिस्ट में नहीं चंबल का एक भी कॉलेज

Nursing Collage Gwalior: ग्वालियर। लंबे इंतजार के बाद मप्र नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल (एमपी एनआरसी) ने सत्र 2024- 25 के लिए राज्यभर के 189 नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता जारी की।
nursing collage gwalior  एमपीएनआरसी ने 189 नर्सिंग कॉलेजों को दी मान्यता  लिस्ट में नहीं चंबल का एक भी कॉलेज

Nursing Collage Gwalior: ग्वालियर। लंबे इंतजार के बाद मप्र नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल (एमपी एनआरसी) ने सत्र 2024- 25 के लिए राज्यभर के 189 नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता जारी की। खास और चौंकाने वाली बात ये है कि इस सूची में ग्वालियर-चंबल संभाग के 65 निजी बीएससी नर्सिंग कॉलेजों में से एक को भी मान्यता नहीं दी गई। केवल तीन संस्थानों को जीएनएम कोर्स की मान्यता मिली, जो सीबीआई जांच में उपयुक्त पाए गए थे। इस निर्णय से संभाग के नर्सिंग कॉलेज संचालकों में भारी नाराजगी है और उन्होंने इसे अन्याय बताया। साथ ही कहा कि वे इसके खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगे। इससे बड़ी संख्या में नर्सिंग छात्रों का भविष्य भी अंधकारमय हो गया। नर्सिंग छात्र संगठन भी इससे नाराज है।

अपात्र कॉलेजों को नहीं मिली मान्यता

यहां उल्लेखनीय है कि सरकार के निर्देश पर 75 में से 65 नर्सिंग कॉलेजों का निरीक्षण कराया गया था। इनमें से किसी को भी बीएससी नर्सिंग कॉलेज को मान्यता नहीं दी गई। कॉलेज वालों का कहना है कि उनके पास अपने अस्पताल हैं फिर भी उनके साथ नाइंसाफी की गई। एमपीएनआरसी की पहली सूची में 66 अपात्र और 169 पात्र कॉलेज थे। जबकि, 73 कॉलेज ऐसे थे जिनमें कमियां मिली थीं।

बावजूद इसके अंचल के किसी भी कॉलेज को मान्यता नहीं मिलना चिंता की बात तो है ही, साथ ही इससे अनेक प्रश्नचिन्ह भी खड़े होते हैं। कॉलेज संचालकों का कहना है कि यह सरासर अन्याय है क्योंकि पूरे ग्वालियर चंबल अंचल का एक भी बीएससी नर्सिंग कॉलेज को एमपी एनआरसी ने मान्यता नहीं दी। इस मामले को लेकर हम हाई कोर्ट में याचिका दायर करेंगे। क्योंकि, हमारे कॉलेज हाई कोर्ट द्वारा गठित कमेटी की जांच में मानकों के अनुरूप पाए गए थे।

नर्सिंग छात्र संगठनों में भी नाराजगी

उधर नर्सिंग छात्र एसोसिएशन भी इस निर्णय के खिलाफ है। संगठन के अध्यक्ष उपेंद्र गुर्जर ने बताया कि यह सीधे-सीधे अन्याय है। उनका आरोप है कि यह फर्जीवाड़ा दलाल कर रहे हैं और नुकसान स्टूडेंट झेल रहे हैं। तीन साल से एग्जाम नहीं हो पा रहे, जिसके चलते अनेक लोग तो ओवरएज हो गए। हजारों नर्सिंग स्टूडेंट्स का भविष्य अंधकार में है और अब मान्यता न देकर और ज्यादा मुसीबतें बढ़ा दी है। इस बीच च्वॉइस फिलिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

अंचल के केवल तीन कॉलेजों को केवल जीएनएम कोर्स की मान्यता मिली। बीएससी नर्सिंग और जीएनएम कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी है। रजिस्ट्रेशन खत्म होने के बाद सोमवार से छात्र च्वॉइस फिलिंग प्रक्रिया के भी पात्र हो गए। एमपी एनआरसी ने इस बार राज्य में 189 में से 157 बीएससी नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी। इनमें 16 सरकारी कॉलेज शामिल हैं। इन कॉलेजों में जीएनएम और बीएससी नर्सिंग की कुल सीटें 16,020 हैं।

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