Arvind Kejriwal Resignation: केजरीवाल के इस्तीफे के बाद कौन बनेगा दिल्ली का सीएम? क्या जल्द हो सकते हैं विधानसभा चुनाव!

Arvind Kejriwal Resignation: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कथित शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद जमानत पर रिहा होकर आ गए हैं। उनकी रिहाई के बाद दिल्ली की राजनीति गर्मा रही है जो आने वाले समय में देश की भी...
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Arvind Kejriwal Resignation: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कथित शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद जमानत पर रिहा होकर आ गए हैं। उनकी रिहाई के बाद दिल्ली की राजनीति गर्मा रही है जो आने वाले समय में देश की भी दिशा बदल सकती है। केजरीवाल ने रिहाई के बाद सीएम की कुर्सी से इस्तीफा (Arvind Kejriwal Resignation) देने और अग्नि परीक्षा देने की बात कही है। उनके इस कथन के कई अर्थ लगाए जा रहे हैं। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हुई हैं कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा?

क्या दिल्ली में जल्द हो सकते है विधानसभा चुनाव?

फिलहाल देश की राजधानी को लेकर एक संभावना यह भी बन रही है कि वहां पर विधानसभा भंग हो और जल्द ही दुबारा से विधानसभा चुनाव कराए जाएं। हालांकि अभी तक इस संबंध में आम आदमी पार्टी ने आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा है परन्तु पार्टी के अंदरुनी सूत्रों के अनुसार अरविंद केजरीवाल दिल्ली में जल्द चुनाव करवाए जाने की सिफारिश कर सकते हैं। ऐसा वह केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए कर सकते हैं यद्यपि इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

कतार में शामिल हैं कई नाम

यदि दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर विचार करें तो इस वक्त कई बड़े नाम कतार में हैं। इनमें केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के अलावा वर्तमान सरकार में मंत्री आतिशी और गोपाल राय के नाम भी शामिल हैं। आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि जब तक जनता अपनी राय नहीं दे देती तब तक उनके साथ मनीष सिसोदिया भी सरकार में कोई पद ग्रहण नहीं करेंगे। इन तीन नामों के अलावा पार्टी हरियाणा में जाट कम्यूनिटी को साधने के लिए किसी जाट नेता पर भी दांव लगा सकती है।

दिल्ली में कांग्रेस मॉडल लागू कर सकते हैं केजरीवाल

कुछ राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार अरविंद केजरीवाल अपनी पार्टी और दिल्ली की राजनीति में कांग्रेस मॉडल लागू कर सकते हैं। यानि पार्टी पर पूरी पकड़ रहेगी लेकिन राज्यों में मुख्यमंत्री किसी दूसरे नेता को बनाया जाएगा जो पूरी तरह से केजरीवाल को ही रिपोर्ट करेंगे। यह ठीक वैसा ही है जैसे मनमोहन सरकार में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे परन्तु सत्ता की पूरी ताकत गांधी परिवार के पास थी।

शहजाद पूनावाला ने कहा, पावर हाथ में रख कर जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं केजरीवाल

इस संबंध में शहजाद पूनावाला ने भी टिप्पणी करते हुए बताया कि वह अपने विधायकों को मजबूर कर रहे हैं कि वे श्रीमती सुनीता केजरीवाल को दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करें। यह कुल मिलाकर लालू-राबड़ी/ सोनिया-मनमोहन मॉडल की तरह होगा, जहां पावर तो फुल होगी लेकिन जिम्मेदारी कुछ नहीं।

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