Ravan Village in MP: एमपी के इस गांव का नाम ही है ‘रावण’, विजयादशमी पर मनाते हैं शोक, होती है दशानन की स्पेशल पूजा
Ravan Village in MP: विदिशा। रामायण महाकाव्य अपने आप में हिंदू सभ्यता और संस्कृति का परिचायक है। इस कहानी का हर पात्र अपने आप में कुछ न कुछ अच्छाईयां या खूबियां रखता है। यही बात मुख्य खलनायक रावण पर भी लागू होती है। प्रकांड पंड़ित, महान शिव भक्त रावण को भले ही देश के दूसरे हिस्सों में बुराई का प्रतीक राक्षस मान कर जलाया जाता हो परन्तु मध्य प्रदेश के एक गांव में उसे भगवान मानकर पूजा जाता है।
मध्य प्रदेश के इस गांव का नाम है रावण
दरअसल मध्य प्रदेश में एक गांव का नाम ही रावण है और यहां के लोग रावण को ही भगवान मानकर पूजते हैं। वहां अपनी गाड़ियों पर लोग जय रावण बाबा लिखवाते हैं और विजयादशमी पर शोक मनाते हैं। इसके बाद वहां रावण बाबा को मनाने के लिए एक स्पेशल पूजा आयोजित की जाती है। गांव के हर काम में रावण बाबा की पूजा की जाती है, उसके बाद ही कोई नया कार्य आरंभ होता है।
विजयादशमी पर होती है रावण की भव्य पूजा
शारदीय नवरात्रि के बाद आने वाले विजयादशमी अथवा दशहरे के पर्व पूरे भारत में जगह-जगह रावण के पुतलों का दहन किया जाता है। परन्तु एमपी के इस गांव में, जिसका नाम ही रावण है, वहां दशहरे पर रावण की भव्य पूजा-आरती की जाती है। रावण नाम का यह गांव (Ravan Village in MP) मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में है जिसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं।
लोग रावण के नाम से गुदवाते हैं टैटू
रावण गांव में रहने वाले लोग अपने शरीर पर टैटू गुदवाकर जय लंकेश, जय रावण बाबा लिखवाते हैं। यहां पर लोगों के वाहनों, मकानों और दुकानों पर भी जय लंकेश, जय रावण लिखा होता है। रावण गांव में दशहरे के अवसर पर रावण की पूजा की जाती है और विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें दूर-दराज के लोग भी शामिल होते हैं। दशहरे पर यहां शोक मनाया जाता है।
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