Sapno Ki Udan: हाईकोर्ट चीफ जस्टिस ने 5 दिव्यांग बच्चों को कराई हवाई यात्रा, हर पल को जीने के लिए किया प्रोत्साहित

Sapno Ki Udan: जबलपुर। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने दिव्यांग बच्चों के लिए सार्थक सामाजिक सरोकार की दिशा में “सपनों की उड़ान“ की पहल की।
sapno ki udan  हाईकोर्ट चीफ जस्टिस ने 5 दिव्यांग बच्चों को कराई हवाई यात्रा  हर पल को जीने के लिए किया प्रोत्साहित

Sapno Ki Udan: जबलपुर। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने दिव्यांग बच्चों के लिए सार्थक सामाजिक सरोकार की दिशा में “सपनों की उड़ान“ की पहल की। दिव्यांग बच्चों का सपना था कि वह भी हवाई जहान में बैठे और सैर सपाटा करें। सपनों की उड़ान के तहत पहल करते हुये मुख्य न्यायाधीश ने पांच बच्चों को हवाई यात्रा का आनंद लेने का मौका दिया है।

बच्चों ने हवाई यात्रा का बताया था सपना

दरअसल, कुछ समय पहले न्यायिक अकादमी जबलपुर में दिव्यांगों के परामर्श के लिए संवाद परामर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान एक बच्चे ने हवाई जहाज में उड़ने का अपना सपना साझा किया था। जिसे सुनकर दूसरे बच्चों ने भी इस मासूम ख्वाहिश की इच्छा जताई। इससे प्रभावित मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत ने सत्र में भाग लेने वाले सभी 5 दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष जॉय राइड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मुख्य न्यायाधीश ने इन बच्चों से मुलाकात की और बच्चों को हर पल को संजोने और अपने सपने को पूरी तरह जीने के लिए प्रोत्साहित किया।

5 दिव्यांग बच्चों ने भरी सपनों की उड़ान

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट परिसर में मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत ने दिव्यांग बच्चों के बीच पहुंच कर जैसे ही बच्चों के सिर पर हाथ फेरा सभी भावुक हो गए। दरअसल, दिव्यांग बच्चों को सपनों की उड़ान पूरी करने के लिए लाया गया था, जो सपना उन्होंने चीफ जस्टिस के सामने संवाद कार्यक्रम के दौरान देखा था। पांच दिव्यांग बच्चों को हवाई जहाज के टिकट प्रदान करते हुए चीफ जस्टिस ने शुभकामनाएं और विदाई दी। इसके बाद सभी बच्चे जबलपुर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां दिव्यांग बच्चों ने जबलपुर से इंदौर के लिए उड़ान भरी।

इंदौर के राजवाड़ा घूमेंगे

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत की विशेष पहल पर दिव्यांग बच्चों के सपनों की उड़ान पर पूरी होने पर इंदौर भ्रमण के भी खास इंतजाम किए गए। पहली हवाई यात्रा पर गए दिव्यांग बच्चों के इस सफर को यादगार बनाने के लिए इंदौर में सैर सपाटा का खास ख्याल रखा गया। वहां पर बच्चे राजवाड़ा, छप्पन भोग दुकान के पकवान चखेंगे। खजराना मंदिर के दर्शन और इंदौर के चिड़ियाघर का भ्रमण करेंगे।

पहले भी चीफ जस्टिस की ओर से हुई सरोकारी पहल

इससे पहले भी चीफ जस्टिस की ओर से सरोकारी पहल की जा चुकी है। चीफ जस्टिस ने 17 नवंबर, 2024 को एक सम्मान समारोह के दौरान 56 बच्चों को उनके उत्कृष्ट प्रयासों और समर्पण के लिए 5 हजार (कुल 2 लाख 80 हजार) का पुरस्कार प्रदान किए थे। चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने बच्चों को हर पल को संजोने और अपने सपनों को पूरी तरह से जीने के लिए प्रोत्साहित किया। चीफ जस्टिस की इस पहल ने बच्चों और उनके परिवारों पर एक अमिट प्रभाव छोड़ा है।

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